नया NPCI नियम 2025: गलत UPI पेमेंट पर तुरंत मिलेगा रिफंड | जानिए पूरी प्रक्रिया
Digital India की सफलता में UPI (Unified Payments Interface) की भूमिका सबसे अहम है। आज देश के करोड़ों लोग Google Pay, PhonePe, Paytm, BHIM UPI आदि ऐप्स के जरिए आसानी से पैसों का लेन-देन करते हैं। लेकिन कई बार ऐसी स्थिति आती है जब पैसे गलती से किसी और खाते में चला जाता हैं या ट्रांज़ैक्शन फेल हो जाता है और पैसा कट जाता है। ऐसी समस्याएं UPI यूज़र्स के लिए बहुत बड़ी परेशानी बन जाती है।
अब इस परेशानी का समाधान NPCI (National Payments Corporation of India) ने कर दिया है। NPCI ने एक नया नियम 2025 से लागू किया है, जिससे गलत या फेल ट्रांज़ैक्शन पर रिफंड प्रक्रिया पहले से कहीं आसान और तेज़ हो गई है।
🔹 NPCI का नया नियम क्या है?
2025 में NPCI द्वारा घोषित नए नियम के अनुसार, यदि कोई UPI ट्रांज़ैक्शन गलत खाते में चला जाए या फेल हो जाए, तो अब संबंधित बैंक को NPCI की अनुमति लिए बिना ही ग्राहक को रिफंड देने का अधिकार होगा। पहले यह प्रक्रिया काफी लंबी और जटिल थी क्योंकि बैंक को NPCI से क्लेम अप्रूवल लेना पड़ता था।
✳️ पहले क्या होता था?
ग्राहक अपनी शिकायत बैंक को देता था
बैंक NPCI के पास अनुरोध भेजता था
NPCI जांच कर निर्णय लेता था
प्रक्रिया में 7 से 15 दिन लग सकते थे
✳️ अब क्या होगा?
ग्राहक अपनी शिकायत UPI ऐप या बैंक में दर्ज करता है
बैंक सीधे जांच कर सकता है
NPCI की अनुमति की आवश्यकता नहीं
रिफंड प्रक्रिया 2-5 दिन में पूरी हो सकती है
🔸 क्यों जरूरी था यह नियम?
भारत में हर महीने अरबों की संख्या में UPI ट्रांज़ैक्शन होते हैं। इनमें से लाखों यूज़र्स को गलत पेमेंट, डुप्लिकेट ट्रांज़ैक्शन या फेल ट्रांज़ैक्शन की समस्या का सामना करना पड़ता है। पुराने सिस्टम में ग्राहक को लंबे समय तक इंतज़ार करना पड़ता था। अब यह नया नियम उपभोक्ताओं को राहत देने के साथ-साथ डिजिटल पेमेंट में विश्वास को और मजबूत करेगा।
✅ इस नियम से क्या फायदे होंगे?
1. रिफंड जल्दी मिलेगा – अब 2 से 5 दिनों में पैसा वापस मिल सकता है
2. शिकायतें कम होंगी – सीधे बैंक से समाधान मिल सकेगा
3. NPCI का बोझ घटेगा – NPCI को हर छोटे क्लेम की मंजूरी नहीं देनी पड़ेगी
4. ग्राहक का विश्वास बढ़ेगा – यूज़र को सुरक्षा का भरोसा मिलेगा
5. डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा मिलेगा – लोग और अधिक आत्मविश्वास से UPI का उपयोग करेंगे
🔍 पात्रता (Eligibility)
नया NPCI नियम उन सभी UPI यूज़र्स पर लागू होता है जो:
भारत में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के जरिए UPI ऐप इस्तेमाल करते हैं
जिनका पेमेंट गलत खाते में चला गया हो या ट्रांज़ैक्शन फेल हो
जिन्होंने शिकायत अधिकतम 7 दिनों के भीतर दर्ज की हो
जिनके पास सही ट्रांज़ैक्शन ID मौजूद हो
📝 आवेदन प्रक्रिया (शिकायत कैसे दर्ज करें)
🔸 ऑनलाइन प्रक्रिया (मोबाइल ऐप के ज़रिए)
1. अपने UPI ऐप (जैसे BHIM, PhonePe, Paytm, GPay) खोलें
2. उस ट्रांज़ैक्शन को चुनें जो फेल हुआ हो या गलत अकाउंट में गया हो
3. “Help” या “Raise a complaint” विकल्प पर क्लिक करें
4. कारण चुनें (Wrong account, Transaction failed etc.)
5. सबमिट करें — बैंक को अलर्ट मिल जाएगा
6. बैंक 2-5 दिनों में जांच करके समाधान करेगा
🔸 ऑफलाइन प्रक्रिया (बैंक शाखा में जाकर)
1. अपनी बैंक शाखा में जाएं
2. ट्रांज़ैक्शन ID और समस्या की जानकारी दें
3. पहचान पत्र दिखाएं
4. बैंक से रसीद लेकर फॉलोअप करते रहें
📄 ज़रूरी दस्तावेज़
ट्रांज़ैक्शन ID
मोबाइल नंबर
बैंक पासबुक या खाता नंबर
पहचान पत्र (आधार, पैन, वोटर ID आदि)
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